श्री तत्त्वार्थ सूत्र Class 01

सूत्र - 01

Description

 बन्ध का स्वरूप और कारणबन्ध का पहला हेतु मिथ्यादर्शनभव्‍य जीव मिथ्‍यादर्शन को तोड़ेगा तभी मोक्ष का मार्ग बनता हैअगृहीत मिथ्यात्वगृहीत मिथ्यात्व पंचेन्द्रिय संज्ञी पर्याय में ही प्रकट होता हैमनुष्य पर्याय में ३६३ मतों के माध्यम से इस मिथ्यात्व का फैलावएकान्‍त मिथ्‍यात्‍वनियतिवाद भी एक एकान्‍त है   

Sutra

       मिथ्या-दर्शना-विरति-प्रमाद-कषाय-योगाबन्ध-हेतव:॥8.1॥ 

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WINNERS Day 01

26th, March 2023 


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Sawal (Quiz Question)

बंध का पहला हेतु क्या है?

Abhyas (Practice Paper):

https://forms.gle/8CSJqbbAWpA5RgAA9 

Summary