श्री तत्त्वार्थ सूत्र Class 07

सूत्र -05,06

Description

जीव के अन्दर आस्रव अनेक भेद के साथ होता हैंआस्रव में विशेषता छह कारणों से आती हैंतीव्र भावमन्द भावसंज्ञी पंचेन्द्रिय जीव ही तीव्र कषाय कर सकता है। ज्ञात भाव और अज्ञात भाव। ज्ञात भाव और अज्ञात भाव में बारीक अन्तर है ज्ञात और अज्ञातभाव अणुव्रती,महाव्रती  सब पर लागू होते हैं      

Sutra

इन्द्रियकषायाव्रतक्रिया: पञ्चचतु:पञ्चपञ्चविंशतिसंख्या: पूर्वस्य भेदा:।।6.5।।

तीव्रमन्दज्ञाताज्ञातभावाधिकरणवीर्यविशेषेभ्यस्तद्विशेषः6.6  

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WINNERS Day 07

8th Aug, 2023

Mona Shah

Nashik

WINNER-1


राखी जैन

सिरसागंज

WINNER-2


Rekha Jain

Saharanpur

WINNER-3


Sawal (Quiz Question)

प्रमाद जन्य भाव कौनसा भाव है?

Abhyas (Practice Paper)

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Summary