श्री तत्त्वार्थ सूत्र Class 08

सूत्र -06,07,08

Description

अधिकरण का मतलब होता है आधारअधिकरण के प्रकार जीव के अन्दर 108 प्रकार के कर्मो के आस्रव होते हैसंकल्प नहीं लेने के कारण भी आस्रव होता ही है108 प्रकार के आस्रव को कम करने के लिए भंगकृत कारित अनुमोदना को कंट्रोल करेंसंरम्भ,समारंभ और आरंभआस्रव के भेदों में से बहुत कुछ आप रोक सकते होजो काम आप नहीं करते उसका समर्थन क्यों ? महाव्रत और अणुव्रत के संकल्प से आस्रव को रोकना संभव             

Sutra

तीव्रमन्दज्ञाताज्ञातभावाधिकरणवीर्यविशेषेभ्यस्तद्विशेषः6.6

अधिकरणं जीवाजीवाः ।।6.7।। 

आद्यं संरम्भसमारम्भारम्भयोगकृतकारितानुमतकषायविशेषैस्त्रिस्त्रिस्त्रिश्चतुश्चैकशः  ।।6.8।।   

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WINNERS Day 08

9th Aug, 2023

Sulochna Jain

Bhinder

WINNER-1


ऊषा जैन 

मुरैना 

WINNER-2


Reena Jain

Greater Noida

WINNER-3


Sawal (Quiz Question)

किसी और के द्वारा कुछ करवाने को क्या कहते हैं?

Abhyas (Practice Paper)

https://forms.gle/ewTCWvV7AJimCe8k6 

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