श्री तत्त्वार्थ सूत्र Class 17

सूत्र - 17,18

Description

अब्रह्म का कारण । मूर्च्छा ही परिग्रह है बाहर का परिग्रह औपचारिक भीतरी परिग्रह मुख्य है व्रती कैसा होना चाहिए? शल्य का मतलब?

Sutra

मूर्च्छा परिग्रह: ॥7.17॥

नि:शल्यो व्रती॥7.18॥

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WINNERS Day 17

19th, Dec 2023 

Kalpana Sarraf

Mahroni

WINNER-1

प्रेमचंद बोहरा जैन

जयपुर

WINNER-2

विजय जैन

शास्त्री नगर दिल्ली

WINNER-3

Sawal (Quiz Question)

जो निःशल्य होगा वो क्या कहलायेगा?

Abhyas (Practice Paper):

https://forms.gle/NxXoB2YpJ4oXDu2P9

Summary