श्री तत्त्वार्थ सूत्र Class 21

सूत्र - 17,18

Description

Mobile नेटवर्क भी धर्म अधर्म के कारण हैधर्म और अधर्म द्रव्य का उपकार भी मानना चाहिए आकाश द्रव्य का उपकार अवगाह देना हैअवगाहनत्व गुण आकाश में मुख्य रूप से हैद्रव्यों के उपकार को अनेकांत दृष्टिकोण से समझिएद्रव्यार्थिक नय हर द्रव्य अपने स्वभाव में हैभोजन का उदाहरण                  

Sutra

गति-स्थित्युपग्रहौ धर्मा-धर्मयो-रूपकारः॥17॥ 

आकाशस्या - वगाहः ॥18॥ 

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WINNERS

Day 21

29st Apr, 2023

Swati Atul kala

Tamsa

WINNER-1

Seema Jain

Garhakota

WINNER-2

Anuja pravin Magdum

(Maharashtra)

WINNER-3

Sawal (Quiz Question)

आकाश में मुख्य रूप से कौनसा गुण है?

Abhyas (Practice Paper):

https://forms.gle/tSyGaqq5EiivsPkZA  

Summary


7. वैज्ञानिकों के अनुसार पूरा cosmos quantum field है 

8. quantum physics के अंतर्गत particle की energy या quanta field 

9. आकाश के इसी अवगाहनत्व गुण के कारण से 

10. एकांत से ऐसा मानना कि एक द्रव्य दूसरे द्रव्य के लिए कुछ नहीं करता

11. अनेकांत धर्म के अनुसार 

12. जैसे सूत्र के अनुसार आकाश द्रव्य 

13. आकाश के बिना द्रव्‍यों का अवगाहन 

14. हमें सभी सूत्रों को अनेकांत धर्म के साथ स्वीकार करना है


15. हमने जाना कि द्रव्यार्थिक नय और पर्यायार्थिक नय में गौण और मुख्यता के माध्यम से ही द्रव्य का वर्णन होता है